फूलों की माला (स्वैच्छिक)-17-Sep-2024
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 17/09/2024
स्वैच्छिक
फूलों की माला
फूलों की माला से सजाओ मेरा जूड़ा सनम,
एक घर बनाओ हमारे सपनों का सजन।
जहां बसी हो दुनिया तेरे और मेरे प्यार की,
प्रेम इत्र से घर का कोना- कोना सजाओ सनम।
एक घर बनाओ हमारे सपनों का सजन।
इश्क कभी न कम हो, तेरा और मेरा,
चाहे आएं सकंट कितने भी इस जहां में।
तेरा विश्वास मुझमें और मेरा तुझ में रहे सदा,
घर का आंगन रौशन रहे सदा इस जहां में।
मिलकर बसाएं प्यार की नई दुनिया सनम,
एक घर बनाओ हमारे सपनों का सजन।।
शाहाना परवीन 'शान'...✍️
मुजफ्फरनगर
Arti khamborkar
21-Sep-2024 08:48 AM
v nice
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